कञ्चनपुर, फागुन १२। छठुवा राष्ट्रिय थारु साहित्य सम्मेलन २०७८ कंचनपुर जिल्लाके कृश्नपुर ६ सिंहपुर गाउँमे अाज उद्घाटन हुइल बा।
थारू भाषा, साहित्य, कला, संस्कृति प्रवद्र्धनमे सहयोग पुगैना उद्देश्य सहित आज फागुन १२ कृष्णपुर नगरपालिकक मेयरके बड्का पहुनाईमे उसरल बा।
उद्घाटन समाराेहमे लोक गित भासा संरक्षणमे अमुल्य याेगदान पुगाइल कति गायक दाेषहरण चाैधरी ज्यूहे नगदसहित सम्मान-पत्रसे सम्मान करगिल रहे। अस्टके साहित्यकार शेखर दहितके `थारु जाेधा´, विरबहादुर राजवंशीके `जाेंजा´, शाफि चाैधरीके `गाेरपासु´विमाेचन करगील रहे। कार्यक्रममे थारु लेखक संघके अक्षय कोष संस्थापक सदस्यहुकन प्रसंसा-पत्र डेगिल रहे।
आझुक सम्मेलनके बहसमे थारु लोकसाहित्य ओ थारु लोक दर्शनमे बक्ताके रुपमे थारु लाेक संस्कृति अध्यताद्वय
बर्दियक सुशील चाैधरी ओ कञ्चनपुर जाेगराम चाैधरी प्यानलिस्टमे रहित कलेसे सहजकर्तक रुपमे साहित्यकार साेम डेमनराैरा रहित। लाेक संस्कृति अाे लाेक साहित्य पुरान पुर्खन बिट गिलेसे हेरैना हुइलक अाेहाेरसे यिहिहे बँचैनम हमार सबके भुमिका महत्त्वपूर्ण रहल निष्कर्ष निकार गिल रहे कलेसे थारु साैन्दर्य शास्त्र का हाे? यिहिहे बँचैनामे थारु लेखक संघके भुमीका का? लाेक संस्कृति, साहित्य, भेषभुसा पहिरन बँचैना बहस करेबेर स्वयमः सबजे थारु पहिरनमे प्रस्तुत हुइलेसे मजा हुइना बातमे सहमती हुईल रहे।
डाेसर बहसमे सुदूरपश्चिममेमे थारु साहित्यिक ओ अन्य पत्रकारिता कना शिर्षकमे प्यानलिस्ट लावा दग्गर त्रैमासिकके प्रधान सम्पादक साहित्यकार छविलाल कोपिला ओ राना थारु.कमके संचालक नन्दलाल राना रहित कलेसे सहजकर्ता सागर कुश्मी रहित। पर्हैना काम छाेरके अनलाइन पत्रकारीता सुरु कर्नाके उदेश्यबारे नन्दलाल राना स्पष्ट पर्ल कलेसे थारु साहित्य लेखन अनुभवके बारेम साहित्यकार कोपिला बतैल ।
तीन दिन सम हुइना सम्मेलनमे सुदूरपश्चिममेमे थारु गीत संगीतके अवस्था, साहित्यमे महिला आवाज, खै थारु जोधा ओइन्के खोजी, सामाजिक संजालमे थारु साहित्य लगायत विषयमे छलफल हुइना जनाइल बा । ओस्टके थारु पहिचानके सवाल, थारु भाषाके कविता गजल मुक्तक वाचन, लोक साहित्यके अवसर सम्भावना लगायत विषयमे बृहत छलफल हुइना जनाइल बा । तीन दिनसम हुइना राष्ट्रियस्तरके साहित्यक सम्मेलन थारू लेखक संघ नेपाल ओ थारु कल्याणकारिणी सभा कंचनपुरके आयोजनामे थारु भासा तथा साहित्य उत्थान मन्च कंचनपुर (गोचाली परिवार २०२८) लगायतके सहयोग रहल बा ।
थारु राष्ट्रिय साहित्य सम्मेलनके मूल आयोजक समितिके संयोजक एवं थारु लेखक संघका केन्द्रीय संयोजक डा. कृष्णराज सर्वहारी बटैलै ।
सम्मेलनमे समकालीन साहित्य, कला तथा संस्कृति’ बहस, लेखक तथा स्रष्टाहरू ओ सरोकारवालाबीच बृहत अन्तरक्रिया तथा छलफल हुइना उहाँ बटैलैं ।