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सागर कुश्मी
अपन मजा सोंच बिचार बनाइ ।
सक्कु संघरियन् दिलदार बनाइ ।
हमार सक्कुहुनके खुन लाल बा,
ओहेमारे सम्बन्ध गुल्झार बनाइ ।
झगरा लराइ नाही मैयाँ प्यारसे,
अपन घरक् रंगीन संसार बनाइ ।
टुटल झोंपरीहे गोबरसे चबडके,
डुर्ही अंगना फेन चहकार बनाइ ।
कमैयाँ बस्तीमे ज्ञानगुण सिखाके,
ओइनके लर्कनहे हौसियार बनाइ ।
sagarkusmi779@gmail.com