
मुना चौधरी
यी चियै कोइठ
यी माइटसे बनल छै
येकर निचामे इटाके गोरा छै
बीचमे मुह छै
दुनु दिसर कनहा छै
येकर कन्हाके कहै छै
कोइठ कन्हा या
कोइठ कन्हारी ।
डबल रहै छै तेकरा कहैछै कोठी
छोट रहैछै तेकरा कहैछै कोइठ
येकर अकार गोल या चौरगर रहैछै
बाँसके बनल रहैछै तेकरा कहैछै ढोक ने त ठेक
माइटके बनल रहै छै तेकरा कहै छै कोइठ ।
येकर मुहमे माइटके झपना लागल रहैछै ।
बसघरा, ओसरा या सुतना घरमे
कोइठ राखैछै
अइमे धान, चौर, गहौम, मरूवा राखैछै
अनअनाजके मुस, चिचसे बचाइले या पुरान तेसाल कैरके खाइले कोइठमे धान चौर राखै छै ।
यी गिलका माइट या खखरी साइनके बनाइछै ।
हप्तो लागै छै बनाइले
येकरा सुखैले महिनौ लागै छै
तेकरबाद जत कोइठ राखैके रहैछै
ओत गोरा बनाइछै
कोइठके उठ्याके गोरामे बैठाइछै ।
कोइठके निचामे मुह रहैछे
मुह फोइरके कोइठसे
धान चौर निकालैछै ।
कोइठ भितरमे धान चौर राखैछै
या कोइठ कन्हामे
धमा , ढकिया, डलिया
अना ककहि राखै छै ।
कोइठमे धान चौर राखैके वाद
उपरका मुह झपना लग्याके साइट दैछै
धान, चौर निकालै बेर निचका मुह फोइरके निकालै छै
जे छुटलबरहल कोइठ भितरमे रैहजाइछै
ओकरा उपरका
मुह दने ढुइकके निकालै छै
या कोइठ सोहो साफ करैछै ।